जीवन और मृत्यु – एक ही सिक्के के दो पहलू |

April 24, 2025by TushitamFoundation

जीवन और मृत्यु – एक ही सिक्के के दो पहलू |

जीवन और मृत्यु इंसान के सबसे बड़े सच हैं। हर कोई जीता है, और एक दिन हर किसी को इस दुनिया से जाना होता है। ये ऐसी सच्चाई है जिसे कोई अमीर-गरीब, बड़ा-छोटा, राजा-रंक नहीं बदल सकता।

जीवन का अर्थ:
जीवन एक मौका है—परिवार के साथ रहने का, मेहनत करने का, सपने देखने और उन्हें पूरा करने का। । भले ही जिंदगी आसान नहीं होती, लेकिन मेहनत और उम्मीद ही इसे जीने लायक बनाते हैं।

मृत्यु का सच:
मृत्यु ऐसी सच्चाई है जिसे कोई नहीं टाल सकता। कोई भी इंसान कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे एक दिन दुनिया को अलविदा कहना ही पड़ता है।

मौत का डर हर किसी को होता है, लेकिन यही डर हमें सिखाता है कि वक्त की कद्र करनी चाहिए और सभी  के साथ प्यार से रहना चाहिए।

जीवन और मृत्यु का रिश्ता:
जीवन अगर सूरज की पहली किरण है, तो मृत्यु उसकी अंतिम सांझ। दोनों साथ चलते हैं। जब तक जीवन है, तब तक कर्म करना ही असली पूजा है। आम आदमी को यही समझना चाहिए कि जिंदगी को ईमानदारी और सच्चाई से जीना ही सबसे बड़ा धर्म है।

जीवन और मृत्यु दोनों ही  प्रकृति की  बनाई हुई व्यवस्था हैं। आदमी के लिए जरूरी है कि वह अपने छोटे-छोटे कामों में भी खुशी ढूंढे, अपनों के साथ वक्त बिताए, और जब तक सांस है, तब तक अच्छे इंसान की तरह जिए। क्योंकि आखिर में यही याद रहता है कि हमने किस तरह का जीवन जिया।