वात रोग (NERVE DISORDERS), नसों के दर्द (SPINE PAIN), कमर दर्द (BACK PAIN), गठिया (GOUT), स्पोंडीलायसिस, डिस्क प्रोलेप्स (PIVD), SCITICA में क्या खाए  और क्या परहेज करे ?

April 27, 2025by TushitamFoundation

वात रोग (NERVE DISORDERS), नसों के दर्द (SPINE PAIN), कमर दर्द (BACK PAIN), गठिया (GOUT), स्पोंडीलायसिस, डिस्क प्रोलेप्स (PIVD), SCITICA में क्या खाए  और क्या परहेज करे ?

 तेजी से बढते वात रोगों खासतोर में नसों के दर्द (SPINE PAIN), कमर दर्द (BACK PAIN), स्पोंडीलायसिस, डिस्क प्रोलेप्स में आखिर क्या खाना ठीक है और क्या नहीं | आइए जानते है सच क्या है ………

क्या है हितकारी अर्थात क्या खाना चाहिए  –

कुलत्थमाषगोधूमा रक्ताभाः शालयो हिताः । पटोलं शिग्यु वार्ताकं दाडिमं च परूषकम् ।।

मत्स्यण्डिका घृतं दुग्धं किलाटं दधिकूर्चिका । बदरं लशुनं द्राक्षा ताम्बूलं लवणं तथा ।। 

चटकः कुक्कुटो बहीं तित्तिरश्चेति जाङ्गलाः । शिलीन्ध्रः पर्वतो नक्रो गर्गरः खुडिशो झषः ।।

यथाश्रयं यथावस्थं यथाचरणमेव च । वातव्याधौ समुत्पन्ने पथ्यमेतन्नृणां भवेत् ।।

-कुलथी, उरद, गेहूं, लाल शालि चावल, परवर, सहिजन, बैगन, अनार, फालसा, मिश्री, घी, दूध, खोआ, दूध, फाड़ कर बनाया छेना, बैर, लहसुन, द्राक्षा, पान, नमक, मुर्गा,  मनुष्यों के लिये पथ्य हैं ॥

क्या है अहितकारी अर्थात क्या नहीं खाना चाहिए  –

चिन्ताप्रजागरणवेगविधारणानि छर्दिः श्रमोऽनशनता चणकाः कलायाः ।

श्यामाकचूर्णकुरुविन्दनिवारकङ्गुमुद्गास्तडागतटिनीसलिलं करीरम् ।।

क्षौद्रं कषायकटुतिरक्तरसा व्यवायो हस्त्यश्वयानमपि चक्रमणं च खट्वा ।

आध्मानिनोऽर्दितवतोऽपि पुनर्विशेषात्स्नानं प्रदुष्टसलिलैर्द्विजघर्षणं च ।।

निःशेषतन्त्रपरिकीर्तित एष वर्गो नृणां समीरणगदेषु मुदं न दत्ते ।।

– चिन्ता करना, जागना, मल-मूत्रादिक के वेग को धारण करना (अवरोध करना), वमन, अधिक परिश्रम, उपवास, चना, सांवा का चूर्ण (आटा), करीर का फल, मधु, कषाय- कटु तथा तिक्तरस वाले पदार्थ को सेवन करना, मैथुन, हाथी-घोड़े आदि की सवारी, भ्रमण, खाट पर सोना मनुष्यों को वातरोग में नहीं देना चाहिये। अर्थात ये अपथ्य हैं ॥

साधारण शब्दों में हम इस प्रकार समझ सकते है –

 क्या  खाना चाहिए –
1.सूजन कम करने वाले आहार:
•हल्दी
•अदरक
•लहसुन
•जैतून का तेल (थोड़ी मात्रा में)
2.कैल्शियम और विटामिन-डी से भरपूर भोजन:
•दूध, पनीर
•पालक, मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ
•बादाम, अखरोट
3.मैग्नीशियम युक्त आहार (मांसपेशियों को आराम देने के लिए):
•केला
•बीज और मेवे (जैसे अलसी के बीज, कद्दू के बीज)
4.प्रोटीन युक्त आहार (शरीर की मरम्मत के लिए):
•मूंग की दाल, चने की दाल
•अंडा 
•चना, राजमा
5.रेशे (फाइबर) से भरपूर भोजन (कब्ज से बचाव के लिए):
•फल (सेब, पपीता, संतरा)
•सब्जियाँ (गाजर, तोरी, लौकी)
•साबुत अनाज (जैसे ब्राउन राइस, जई)
क्या नहीं खाना चाहिए:
1.तले हुए और बाजारू (जंक) खाद्य पदार्थ:         •    पिज्जा, बर्गर, चिप्स, पकौड़े
2.अधिक मीठे खाद्य पदार्थ:                             •मिठाइयाँ, चॉकलेट, शीतल पेय (कोल्ड ड्रिंक)
3.अधिक नमक और तीखा भोजन:                   •अचार, पापड़, नमकीन
4.लाल मांस (भारी भोजन):                               •अधिक तैलीय मांसाहारी भोजन से परहेज करें
5.शराब और धूम्रपान: