समत्वम – अर्थात हर परिस्थिति में समान भाव रखना, न सुख में अहंकार न दुःख में अवसाद। ठीक ही कहा गया है – “सुख-दुख की आंधियाँ चलें, फिर भी अडिग रहो, जीवन के हर रंग में, संतुलन से खड़े रहो। न जय में गर्व, न हार का ग़म, जो समत्व पा गया, वही हुआ परम।”...
समत्वम – अर्थात हर परिस्थिति में समान भाव रखना, न सुख में अहंकार न दुःख में अवसाद। ठीक ही कहा गया है – “सुख-दुख की आंधियाँ चलें, फिर भी अडिग रहो, जीवन के हर रंग में, संतुलन से खड़े रहो। न जय में गर्व, न हार का ग़म, जो समत्व पा गया, वही हुआ परम।”...
डायबिटीज में सही खान-पान बहुत जरूरी होता है। यहाँ कुछ खाने की चीजें हैं जो आपको खानी चाहिए: खाने योग्य चीजें: 1. हरी पत्तेदार सब्जियाँ – पालक, मेथी, सरसों, लौकी, तोरई 2. सलाद और फाइबर युक्त चीजें – खीरा, गाजर, टमाटर, मूली 3. साबुत अनाज – जौ, रागी, ओट्स, ब्राउन राइस, मल्टीग्रेन आटा 4. प्रोटीन...
आइये जानते है क्या कहता है भारत का प्राचीन चिकित्सा विज्ञान – आयुर्वेद : – विरेचनं लङ्घनमब्दसम्भवाः कुलत्थमुद्गारुणशालयो यवाः । मृगा द्विजा जाङ्गलसंज्ञयाऽन्विताः पेया सुरा माक्षिकसीघुसैन्धवाः ।। तक्रं रसोनोरुवुतैलमार्द्रकं शालिं च शाकं कुलकं कठिल्लकम् । पुनर्नवा शिश्रुफलं हरितकी ताम्बूलमेला यवशूकमायसम् ।। अजागवोष्ट्रीमहिषीपयो जलं लघूनि तीव्राणि च दीपनान्यपि । यथामलं पथ्यगणोऽयमाश्रितः सखा नृणां स्यादुदारमये सति ।।...
बवासीर (पाइल्स) और फिस्टुला ( भगंदर ) में सही खान-पान बहुत जरूरी होता है। इसमें फाइबर युक्त और हल्का भोजन लेना चाहिए ताकि कब्ज न हो और मलत्याग में परेशानी न हो। आइये जानते है क्या कहता है भारत का प्राचीन चिकित्सा विज्ञान – आयुर्वेद : – कुलित्था यवगोधूमाः शालयो रक्तमा हिताः ।। पुनर्नवा सूरणं...
दोस्तों आज के लेख में हम पढेगे कि केसे हम अपने इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत कर सकते है | चूँकि हमारा खानपान और रहन-सहन ही इम्युनिटी के लिए जिम्मेदार है तो आइये देखते है कि हम अपनी इम्युनिटी को खान पान, रहन – सहन एवं यौगिक क्रियाओं से केसे मजबूत बना सकते हैं | खान...
क्या है बांझपन? यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किन्ही कारणों से महिलाएं गर्भ धारण करने में असमर्थ हो जाती हैं। सामान्यत: व्यस्क जननक्षम उम्र में एक वर्ष से ज्यादा की अवधि में असुरक्षित यौन संबंध के बाद भी यदि गर्भ नहीं ठहरता है तो बांझपन मानकर उसका निदान किया जाता है | बांझपन के...
पीसीओडी या पीसीओएस एक ऐसी स्थिति है जो महिलाओं के अंडाशय को प्रभावित करती है| अंडाशय महिलाओ का एक महत्वपूर्ण प्रजनन अंग हैं जो प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन करते हैं जो मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने में मदद करते हैं| पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) एक ऐसी चिकित्सा स्थिति...
केंसर ! बस जो एक बार पता लग जाये की केंसर हो गया है, मानो पता लगते ही जान आधी हो जाये | क्या है केंसर ? केंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमे शरीर की असामान्य कोशिकाए अनियंत्रित रूप से न सिर्फ बढती है, बल्कि पूरे शरीर में फेलकर सामान्य कोशिकाओ पर अतिक्रमण भी करती...
आइये जानते है आज विस्तार से (डॉ आर के सिंह ) कैंसर को लेकर सभी रोगी बडे उलझन में रहते है कि क्या खाना चाहिए और क्या नही खाना चाहिए | आज चर्चा करते है आखिर क्या कहता है दुनिया का प्राचीनतम शाश्वत चिकित्सा विज्ञान – आयुर्वेद …………..आइये जानते है सच्चाई | आयुर्वेद कहता है ...
पुरुष और स्त्रीत्व स्त्री को सिर्फ काया समझना असली पुरुष का विवेक नहीं है | असली पुरुष वही है जो स्त्री को नहीं, स्त्रीत्व को छू पाता है | सामान्य अर्थो में स्त्री की कल्पना मात्र एक माँ, पत्नी, बहन, प्रेमिका और सहेली या दोस्त और सन्तान के रूप में ही की जाती है |...